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शनिवार को सेना की ओर से उन्हें त्रिलोक चंद्र के निधन की खबर दी गई। खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया। त्रिलोक चंन्द्र मूलरूप से अल्मोड़ा जिले के रानीखेत भिलारकोट के रहने वाले है। हाल ही में उन्होंने जीतपुर नेगी में मकान बनाया है। इससे पहले उनकी पोस्टिंग हल्दूचौड़ में थी। डेढ़ साल पहले उनकी पोस्टिंग छत्तीसगढ़ नक्सली प्रभावित क्षेत्र में लग गई। इन दिनों चुनाव ड्यूटी पर वह गोवा आये थे जहां अचानक तबीयत खराब होने से उनकी मौत हो गई। आगे पढ़ें:
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त्रिलोक चंन्द्र के तीन छोटे-छोटे बच्चे है। बड़ा बेटा सातवीं का छात्र है जबकि बेटी पांचवीं में और सबसे छोटा बेटा दूसरी कक्षा में है। पति की मौत की खबर सुनकर पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी बच्चों के साथ जीतपुर नेगी में रहती है। जवान के मौत की खबर सुनकर उनके घर पर लोगों का जमावड़ा लग गया। परिजनों के अनुसार शाम तक जवान का पार्थिव शरीर हल्द्वानी पहुंच सकता है।