जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने कल अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। जिला पंचायत के 14 सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया था। जिसके बाद आज 2 जुलाई को जिला पंचायत सभागार में फ्लोर टेस्ट होना था, मगर उससे पहले ही जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने जिलाधकारी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया जिला पंचातय अध्यक्ष का इस्तीफा शासन को भेजा जायेगा। इधर, जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने इस्तीफे का कारण पारिवारिक व्यस्तता एवं अस्वस्थता बताई है।
भाजपा हाईकमान ने भी उनकी कुर्सी बचाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। कांग्रेस ही नहीं बल्कि भाजपा के जिला पंचायत सदस्य भी उनके खिलाफ हो गए। नाराज सदस्यों ने उन पर मनमाने तरीके से कार्य करने तथा सदस्यों को बिना विश्वास में लिए जिला पंचायत के निर्णय लेने का आरोप लगाया था। ढाई वर्ष पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट पर भाजपा की अमरदेई शाह ने आसानी से जीत दर्ज कर ली थी, लेकिन इसके बाद से ही जिला पंचायत सदस्यों में उनके खिलाफ असंतोष पनपने लगा। स्थिति यहां तक आ गई कि 18 में से 17 सदस्य अध्यक्ष से नाराज चल रहे थे।
गत 3 जून को जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी के नेतृत्व में 14 सदस्यों ने अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास मत लाने के लिए हस्ताक्षर युक्त शपथ पत्र डीएम को सौंपा था। इसमें भाजपा के सदस्य भी शामिल थे। पंचायती नियमों के अनुसार जिला पंचायत अध्यक्ष को अपनी सीट बचाने के लिए 7 सदस्यों का समर्थन जरूरी है। पिछले महीने14 जिला पंचायत सदस्यों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर डीएम के सम्मुख फिजिकल वेरिफिकेशन करवाया था। औपचारिकताएं पूरी होने के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराने को लेकर डीएम ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिए थे। 14 जिला पंचायत सदस्य किसी गोपनीय स्थान पर हैं। सभी वोटिंग के लिए शनिवार सुबह रुद्रप्रयाग पहुंचेंगे।